आटिज्म में बच्चों का विकास कैसे होता है?

जिन बच्चों को आटिज्म है और सामान्य बच्चों के विकास में शुरू से कुछ फर्क होते हैं| इनकी जानकारी से आटिज्म की जल्दी पहचान में और मदद करने में सहायता मिलती है|

आटिज्म में बच्चों के विकास की ये जानकारी रिसर्च में दो तरह से हासिल की गयी है:

  1. जिन बच्चों को आटिज्म है उनके भाई-बहन (जिसमें से करीब 20% को आटिज्म हो सकता है)[i] के विकास को बचपन से आंक कर, और
  2. जिन बच्चों को आटिज्म है उनके माता पिता से जबानी पूछकर या उनके घरेलू विडियो से जानकारी प्राप्त करना |

इस जानकारी की रिसर्च की मुख्य बातें[ii][iii]

करीब करीब सभी आटिज्म होने वाले बच्चों का विकास जन्म के बाद पहले 6 महीने तक सामान्य बच्चों की तरह ही होता है. इस दोरान कोई विकास का चिन्ह आटिज्म का पता नहीं लगा पाता है[iv],[v],[vi],[vii].

6 और 24 महीने के बीच किसी समय आटिज्म के चिन्ह प्रकट होना शुरू होते हैं और उनका विकास अलग तरीके से होने लगता है. यह हर बच्चे में थोड़ा अलग समय पर और अलग तरह से होता है पर कुछ बातें अक्सर लागू होती है:

  • आटिज्म होने वाले बच्चों के विकास में पहले विकार अकसर उनकी बोलने और मेल जोल की कमी होती है| ज्यादातर बच्चों के अन्य विकास में भी फर्क दिखता है. कभी कभी चलने के विकास में भी देरी होती है|

आटिज्म के विकार की शुरुआत तीन तरह से होती दिखती है:

  1. कुछ बच्चों के माता पिता बच्चे के व्यवहार में फर्क, जैसे आँखों में ना देखना या  कोई पारस्परिकता ना दिखाना, 6 महीने की उम्र या उससे पहले ही देखना शुरू कर देते हैं।
  2. कुछ बच्चों का बोलने और मेल जोल के विकास में 6 महीने के बाद प्रगति धीमे होती है या रुक जाती है|
  3. आटिज्म होने वाले कुछ बच्चों (करीब एक तिहाई बच्चे) का विकास पहले साल तो ठीक चलता है, पर फिर अकसर 19 से 21 महीने की उम्र में रुक कर घटने लगता है|
  • आटिज्म होनेवाले बच्चों के विकास में और भी कमियां हो सकती हैं जैसे ज्यादा रोना, कम सोना, खाने में परेशानी और देर से चलना|

आरंभिक विकास में समानताएं: आटिज्म और सामान्य विकास

  1. सामाजिक पारस्परिकता
विकास का क्षेत्र सामान्य विकास आटिज्म
मेल जोल की शुरुआत या पह्लियत करना 6 हफ्ते: औरों की मुस्कुराहट के जवाब में मुस्कुराना;

 

3 महीने की उम्र से अपने आप मुसकुरा कर पहलियत करना|

 

8-10 महीने: उँगली के इशारे से अपनी रुचि की चीज़ औरों को दिखाना

 

9 महीने से: उँगली के इशारे, ऑंखों से देखने और आवाज को एक साथ मिलाकर अपनी रुचि बाँटना

 

9 महीने से: औरों के साथ पारस्परिक खेल जैसे peek-a-boo खेलना

 

12 महीने से: और बच्चों के आस पास रहना पसंद करना (parallel play)

जन्म से 6 महीने तक विकास सामान्य बच्चों जैसा ही रहता है:

6 हफ्ते: औरों की मुस्कुराहट के जवाब में मुसकुराना;

 

3 महीने की उम्र से अपने आप मुसकुरा कर पहलियत करना|

 

12 महीने की उम्र में यह बच्चे उँगली के इशारे का दिखने के लिए कम प्रयोग करते हैं

 

14-15 महीने की उम्र के पास यह बच्चे उँगली के इशारे, ऑंखों से देखने और आवाज को एक साथ मिलाकर अपनी रूचि बाँटना कम या नहीं करते हैं

पारस्परिक प्रतिक्रिया करना जन्म के थोड़े बाद से ही औरों के चेहरों के हाव भाव की नक़ल करना|

 

6 हफ्ते: औरों की मुस्कुराहट के जवाब में मुसकुराना;

 

6-9 महीने तक बच्चे अपनी मां की आवाज में एहसास (जैसे प्यार, गुस्सा, मन करना) को समझते है

 

9-10 महीने तक बच्चे औरों की आँखें, उनके इशारे और हाव-भाव देखकर उनकी रूचि अच्छी तरह समझते हैं और उसमें शामिल होते हैं

6 महीने तक औरों के मुस्कराने और बात करने पर सामान्य बच्चों की तरह ही प्रतिक्रिया करते हैं|

 

12 महीने से औरों के चेहरे की तरफ ध्यान देना और मुस्कराना कम हो जाता है|

औरों को सम्बोधित करते हुए आवाजें करना और अपने ख़ुशी को औरों से बांटना कम हो जाता है|

 

दुसरे साल में औरों के हाव भाव या इशारों का जवाब देना कम हो जाता है|

 

  1. LANGUAGE
विकास का क्षेत्र सामान्य विकास आटिज्म
औरों के कहे को समझना जन्म के कुछ बाद ही बच्चे अपनी मां की आवाज पहचानते हैं

 

6-9 महीने तक बच्चे रोजमर्रा के कुछ शब्द समझते है और 16 महीने तक यह समझ बढ़कर करीब 100 शब्दों से भी ज्यादा हो जाती है|

 

18 महीने से मांगने पर जानकारी की कोई चीज़ दे पाते हैं, 18 से 24 महीने में दो शब्द वाले वाक्य समझते हैं जैसे “चाभी को मां को दे दो”

 

24 से 30 महीने तक बच्चे चीज़ों को उनके इस्तेमाल से पहचानते है जैसे “हम चाय किससे पीते हैं”

 

करीब 12 महीने तक का विकास सामान्यतः रहता है, किन्तु उसके आस-पास ही शब्दों को समझने में कमी  होने लगती है[viii].

 

18 महीने तक शब्दों के समझने की कमी जाहिर हो जाती है|

 

दो साल की उम्र तक 2-3 शब्द वाले वाक्य समझने की क्षमता कम होती है|

 

भाषा को बोलना 6 हफ्ते के बाद से बच्चा छोटी छोटी आवाजें निकलने लगता है और 4-7 महीने तक तरह तरह की आवाजें निकलकर खेलता है,

 

6 से 9 महीने के बीच बच्चा कुछ  आवाजें दोहराता है जैसे “बा-बा, दा-दा”

 

10 से 14 महीने के पास बच्चा कुछ शब्दों से मिलती जुलती आवाजें निकलता है|

 

12 महीने के पास बच्चा पहला शब्द बोलता है

 

18 महीने तक बच्चा करीब 50 शब्द बोलने लगता है

पहला शब्द और उसके बाद और शब्द बोलने में देरी होती है

 

दो साल की उमर के बाद बच्चे की आवाज या बोलने के सुर में कुछ अजीबपन भी सुनाई देता है[ix]..

 

इसी समय कुछ सीखे हुआ शब्दों को बार बार दोहराना शुरू हो जाता है जो सामान्य बच्चों की तुलना से काफी ज्यादा समय तक चलता रहता है|

 

[आटिज्म में बच्चों में भाषा के बोलने में बहुत अंतर होता है. जिन बच्चों की भाषा अच्छी होती है उनके परिणाम अक्सर अच्छे होते हैं.).

 

  1. संकीर्ण रूचि और दोहराने वाले व्यवहार (RESTRICTIVE AND REPETITIVE BEHAVIOURS)
सामान्य विकास आटिज्म
कुछ बार बार दोहराने वाले व्यवहार विकास के प्रारम्भ में बहुत बच्चों में दिखाई देते हैं, पर यह अकसर पहले साल के दौरान कम होने लगते हैं[x].

 

सिर्फ अपनी पसंद के काम करना या किसी काम को एक ही तरह से करना, सामान्य विकास में 1 से 2 साल के बीच ज्यादा बढ़ता है पर 4 साल की उम्र के बाद कम हो जाता है[xi]

 

संकीर्ण रूचि और दोहराने वाले व्यवहार पहले 18 महीने में सामान्य बच्चों के विकास में अकसर होते हैं और उनसे फर्क करना मुश्किल होता है[xii].

 

कुछ चीज़ों से या एक ही चीज से एक ही तरह से बार बार खेलना 18 महीने की उम्र के बाद ऑटिज्म में ज्यादा दिखाई देता है| इसी समय के पास चीजों को बहुत ध्यान से या कुछ अजीब तरह से देखना भी शुरू होता है[xiii].

 

[i] S. Ozonoff, G.S. Young, A. Carter, D. Messinger, N. Yirmiya, L. Zwaigenbaum, S. Bryson, L.J. Carver, J.N. Constantino, K. Dobkins, T. Hutman, J.M. Iverson, R. Landa, S.J. Rogers, M. Sigman, W.L. Stone. Recurrence risk for autism spectrum disorders: a baby siblings research consortium study. Pediatrics (2011) http://dx.doi.org/10.1542/peds.2010-2825

[ii] Lonnie Zwaigenbaum, Susan Bryson and Nancy Garon. Early identification of autism spectrum disorders. Behavioural Brain Research, Volume 251, 15 August 2013, Pages 133–146

[iii] Emily J.H. Jones, Teodora Gliga, Rachael Bedford, Tony Charman and Mark H. Johnson. Developmental pathways to autism: A review of prospective studies of infants at risk. Neuroscience & Biobehavioral Reviews, Volume 39, February 2014, Pages 1–33

[iv] S. Ozonoff, A.M. Iosif, F. Baguio, I.C. Cook, M.M. Hill, T. Hutman, et al. A prospective study of the emergence of early behavioral signs of autism. Journal of the American Academy of Child and Adolescent Psychiatry, 49 (256) (2010) 266.e1–2

[v] L. Zwaigenbaum, S. Bryson, T. Rogers, W. Roberts, J. Brian, P. Szatmari. Behavioral manifestations of autism in the first year of life. International Journal of Developmental Neuroscience, 23 (2005), pp. 143–152

[vi] R.J. Landa, A.L. Gross, E.A. Stuart, A. Faherty. Developmental trajectories in children with and without autism spectrum disorders: the first 3 years. Child Development, 84 (2012), pp. 429–442

[vii] R.J. Landa, K.C. Holman, E. Garrett-Mayer. Social and communication development in toddlers with early and later diagnosis of autism spectrum disorders. Archives of General Psychiatry, 64 (2007), pp. 853–864

[viii] S. Mitchell, J. Brian, L. Zwaigenbaum, W. Roberts, P. Szatmari, I. Smith, S. Bryson. Early language and communication development of infants later diagnosed with autism spectrum disorder. J. Dev. Behav. Pediatr., 27 (2006), pp. S69–S78

[ix] S.L. Macari, D. Campbell, G.W. Gengoux, C.A. Saulnier, A.J. Klin, K. Chawarska. Predicting developmental status from 12 to 24 months in infants at risk for autism spectrum disorder: a preliminary report. J. Autism Dev. Disord., 42 (2012), pp. 2636–2647

[x]E. Thelen. Rhythmical stereotypies in normal human infants.  Anim. Behav. (1979), pp. 699–715

[xi] D.W. Evans, J.F. Leckman, A. Carter, J.S. Reznick, D. Henshaw, R.A. King, D. Pauls. Ritual, habit, and perfectionism the prevalence and development of compulsive-like behavior in normal young children. Child Dev., 68 (1997), pp. 58–68

[xii] A. Loh, T. Soman, J. Brian, S.E. Bryson, W. Roberts, P. Szatmari, I.M. Smith, L. Zwaigenbaum. Stereotyped motor behaviors associated with autism in high-risk infants: a pilot videotape analysis of a sibling sample. J.. Autism Dev. Disord., 37 (2007), pp. 25–36

[xiii] S. Ozonoff, S. Macari, G.S. Young, S. Goldring, M. Thompson, S.J. Rogers. Atypical object exploration at 12 months of age is associated with autism in a prospective sample. Autism, 12 (2008), pp. 457–472